हेट स्पीच मामले में आज़म खान को 3 साल की सज़ा
समाजवादी पार्टी के सबसे बड़े मुस्लिम नेता है आजम खान
सपा नेता और पूर्व मंत्री आज़म खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। आज़म खान को गुरुवार(27 अक्टूबर) को बड़ा झटका लगा। हेट स्पीच (भड़काऊ भाषण) के मामले में उन्हें तीन साल की सज़ा सुनाई गई है। उन पर जुर्माना भी लगाया गया है।
इस फैसले के साथ ही उनकी विधायकी जानी तय मानी जा रही है। उनपर 2019 के आम चुनावों के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ नफरत फैलाने वाली टिप्पणी के आरोप लगे थे। उनपर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रामपुर के तत्कालीन कलेक्टर आंजनेय कुमार सिंह पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप लगे थे।
आज़म खान के खिलाफ तीन धाराओं में केस दर्ज हुआ था। तीनों ही मामलों में उन्हें दोषी माना गया है। 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान आज़म खान पर भड़काऊ भाषण देने का मामला दर्ज किया गया था। आरोप है कि भाषण के दौरान आज़म खान ने पीएम मोदी और सीएम योगी पर भी आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया था।
तब आजम ने कथित रूप से कहा था, 'यूपी की कुर्सी पर बैठा व्यक्ति 302 का मुजरिम है...... कॉन्स्टेबल का हत्यारा है....' इस मामले में अप्रैल 2019 में रामपुर में ही उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। उनपर तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रामपुर के तत्कालीन डीएम आंजनेय कुमार सिंह के खिलाफ भी आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप लगाए गए थे। यह मामला 2019 के लोकसभा चुनाव अभियान के दौरान का है।
चुनाव प्रचार के दौरान उनके खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन के कई मामले विभिन्न थानों में दर्ज हुए थे। इसमें एक मामला मिलक कोतवाली में हुआ था।
आजम खान की विधायकी जानी लगभग तय माना जा रहा हैं
आजम खान ने तब प्रधानमंत्री मोदी पर ऐसा माहौल बनाने का आरोप लगाया था, जिससे देश में मुसलमानों का रहना मुश्किल हो जाए। इसके साथ ही उन्होंने आईएएस अधिकारी और रामपुर के तत्कालीन डीएम आंजनेय कुमार सिंह के बारे में कहा था, 'कलेक्टर-फलेक्टर से मत डरो....ये तनखैए हैं। अल्लाह ने चाहा तो चुनाव के बाद इन्हीं से जूते साफ करवाऊंगा।' लेकिन, अब उनकी यही बदजुबानी भारी पड़ गई है और उनकी विधायकी जानी लगभग तय है। क्योंकि,दो साल से ज्यादा की सजा होने पर एमपी-एमएलए की सदस्यता छिने जाने का प्रावधान है। आजम ने रामगढ़ से लोकसभा सदस्यता छोड़कर इसी साल विधायकी का चुनाव जीता था।
सपा के सबसे बड़े मुस्लिम चेहरा हैं आजम खान
समाजवादी पार्टी के सबसे बड़े मुस्लिम चेहरे और रामपुर सदर से मौजूदा विधायक आजम खान के खिलाफ भ्रष्टाचार और चोरी समेत करीब 90 केस दर्ज हैं। इनमें से ज्यादातर मामले 2017 के मार्च में भारतीय जनता पार्टी के उत्तर प्रदेश में सत्ता में आने के बाद के हैं। योगी सरकार के कार्यकाल में उनके खिलाफ जांच भी तेजी से हुई है और उसके नतीजे भी सामने आए हैं।
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